शिक्षक की दबंगई
चोरी ऊपर से सीना जोरी…कुछ ऐसा ही वाक्या देखने को मिला गोण्डा के एक प्राथमिक विद्यालय में…। जहाँ एक शिक्षक महीनों से विद्यालय नहीं आया…जब इसकी भनक मीडिया को चली तो मीडिया कवरेज करने के लिए उस विद्यालय में पहुँची। मीडिया की जानकारी विद्यालय में तैनात शिक्षक को जब हुई तो वह विद्यालय पहुँचा और मीडिया से ही उलझ गया। मीडिया द्वारा यह पूछने पर कि आप कब से विद्यालय नहीं आ रहे है और क्या इसकी सूचना अपने अधिकारियों को दी है? इस पर अपने आप को शिक्षक संघ का नेता बातते शिक्षक आनंद त्रिपाठी ने मीडिया से बदसूलकी करने लगा और कवरेज करने से रोकने लगा। कवरेज कर रहे पत्रकार से शिक्षक ने किस तरह से बतमीजी की यह आप विसुअल में खुद देख सकते है
ye ptrakar dalal hi